भारत की इन जगहों पर आज भी होता है काला जादू
Black Magic Places In India, In Jaghon Par Aaj Bhi Hota Hai Kala Jadoo : भारत में काला जादू बैन है। लेकिन फिर भी लोग जल्द से जल्द अपनी समस्याओं का हल निकालने के लिए इस तरह के जादू पर न सिर्फ यकीन करते है ब्लकि उसकी प्रेक्टिस भी करते हैं। यहां हम आपको भारत की ऐसी 7 जगहों के बारे में बताने जा रहे हैं, जहां आज भी काला जादू किया जाता है।
सुल्तानशशी, हैदराबाद (Sultan Shahi, Hyderabad)-
इस जगह को काला जादू जैसी एक्टिविटीज का अड्डा माना जाता है। यहां कुछ ऐसे बाबा रहते हैं जो शादी के बाद आने वाली परेशानियों को दूर करने के लिए महिलाओं से सेक्स करते हैं। यहां काला जादू करने वाली महिलाएं भी होती है जो परेशानी का सॉल्यूशन के लिए खुद के लड़के से सेक्स करने के लिए कहती हैं। सुल्तानशशी में कुछ लॉज भी चलाई जाती हैं जहां लोग काले जादू की प्रेक्टिस करते हैं। इस सबके बावजूद आंध्रप्रदेश में काला जादू रोकने के लिए कोई कानून नहीं है।
इस जगह को काला जादू जैसी एक्टिविटीज का अड्डा माना जाता है। यहां कुछ ऐसे बाबा रहते हैं जो शादी के बाद आने वाली परेशानियों को दूर करने के लिए महिलाओं से सेक्स करते हैं। यहां काला जादू करने वाली महिलाएं भी होती है जो परेशानी का सॉल्यूशन के लिए खुद के लड़के से सेक्स करने के लिए कहती हैं। सुल्तानशशी में कुछ लॉज भी चलाई जाती हैं जहां लोग काले जादू की प्रेक्टिस करते हैं। इस सबके बावजूद आंध्रप्रदेश में काला जादू रोकने के लिए कोई कानून नहीं है।
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पेरिंगोटुकारा, केरला (Peringottukara, Kerala)-
केरल के छोटे से गांव त्रिशूर में काले जादू किए जाने के प्रमाण मिले हैं। इसके चलते यह गांव काफी फेमस हो गया है। काला जादू देखने के लिए यहां टूरिस्ट आते हैं। यहां चट्टान और कुट्टिचट्टन को विष्णु का अवतार मानते हैं जो भैंस की सवारी करते हैं और जीवन की परेशानियों को दूर करते हैं। यहां पुजारी चट्टान को पास रखकर अलग- अलग तरह की पुजाएं करते हैं।
केरल के छोटे से गांव त्रिशूर में काले जादू किए जाने के प्रमाण मिले हैं। इसके चलते यह गांव काफी फेमस हो गया है। काला जादू देखने के लिए यहां टूरिस्ट आते हैं। यहां चट्टान और कुट्टिचट्टन को विष्णु का अवतार मानते हैं जो भैंस की सवारी करते हैं और जीवन की परेशानियों को दूर करते हैं। यहां पुजारी चट्टान को पास रखकर अलग- अलग तरह की पुजाएं करते हैं।
मोघुलपुरा, छतरिंका और शाहिलबंदा, पुराना हैदाराबाद (Purana Hyderabad)-
पुराने हैदराबाद की ये जगहें अंधविश्वास और काला जादू जैसी इलीगल एक्टिविटीज के लिए जानी जाती हैं। यहां इनको प्रोफेशन बना लिया गया है। काला जादू करने वाले लोग पीड़ितों की भावनाओं से खेलते हैं। वे दावा करते हैं कि लकड़ी की गुड़िया की पूजा कर वे उनकी सभी तरह की परेशानियों को दूर कर देंगे।
पुराने हैदराबाद की ये जगहें अंधविश्वास और काला जादू जैसी इलीगल एक्टिविटीज के लिए जानी जाती हैं। यहां इनको प्रोफेशन बना लिया गया है। काला जादू करने वाले लोग पीड़ितों की भावनाओं से खेलते हैं। वे दावा करते हैं कि लकड़ी की गुड़िया की पूजा कर वे उनकी सभी तरह की परेशानियों को दूर कर देंगे।
वाराणसी शमशान, उत्तरप्रदेश (Varanasi Shamshan, Uttar Pradesh)-
वाराणसी में काला जादू करने वाले तांत्रिक साधुओं को अघोरी कहा जाता है। ये यहां के शमशान घाट पर तंत्र साधना करते हैं। ये तांत्रिक कहते हैं कि ये काला जादू शिव भगवान, काली माता को खुश करने के लिए करते हैं ताकि वे उन्हें ज्यादा पावरफुल बना दें।
वाराणसी में काला जादू करने वाले तांत्रिक साधुओं को अघोरी कहा जाता है। ये यहां के शमशान घाट पर तंत्र साधना करते हैं। ये तांत्रिक कहते हैं कि ये काला जादू शिव भगवान, काली माता को खुश करने के लिए करते हैं ताकि वे उन्हें ज्यादा पावरफुल बना दें।
निमतला घाट, कोलकाता (Nimtala Ghat, Kolkata)-
कोलकाता के निमतला घाट पर काला जादू करने के संकेत मिलते हैं। रात के समय में यहां पर अघोरी आकर काले जादू की प्रेक्टिस करते हैं। यहां शमशान में भी अघोरी देर रात को जाकर चिता के जलने के बाद बचे हुए मांस को खाते हैं और इसे शक्तियां पैदा करने के लिए जरूरी बताते हैं।
कोलकाता के निमतला घाट पर काला जादू करने के संकेत मिलते हैं। रात के समय में यहां पर अघोरी आकर काले जादू की प्रेक्टिस करते हैं। यहां शमशान में भी अघोरी देर रात को जाकर चिता के जलने के बाद बचे हुए मांस को खाते हैं और इसे शक्तियां पैदा करने के लिए जरूरी बताते हैं।
मेयोंग, असम (Mayong, Assam)-
असम का मायोंग गांव ऐसा है जिसे काले जादू का गढ़ माना जाता है। इस गांव का नाम लेने से भी आसपास के गांव वाले डरते हैं। यहां के हर घर में आज भी जादू किया जाता है। मान्यता है कि पूरे विश्व में काले जादू की शुरुआत इसी जगह से हुई है। असम का ये छोटा सा गांव मायोंग गुवाहाटी से लगभग 40 कि.मी. दूर है।
असम का मायोंग गांव ऐसा है जिसे काले जादू का गढ़ माना जाता है। इस गांव का नाम लेने से भी आसपास के गांव वाले डरते हैं। यहां के हर घर में आज भी जादू किया जाता है। मान्यता है कि पूरे विश्व में काले जादू की शुरुआत इसी जगह से हुई है। असम का ये छोटा सा गांव मायोंग गुवाहाटी से लगभग 40 कि.मी. दूर है।
कुशाभद्रा नदी, उड़ीसा (Kushabhadra River, Orissa)
उड़ीसा के कुशाभद्रा नदी के किनारे काले जादू की प्रेक्टिस किए जाने के संकेत मिले हैं। कई लोगो पर अटैक की खबरें भी यहां आती रहती हैं। इस बात का अब तक कोई पुख्ता प्रमाण नहीं मिला है। लेकिन जब शिकायत मिलने पर पुलिस ने यहां सर्चिंग की तो यहां कई ऐसी चीजें मिली जिससे पता चलता कि यहां काले जादू की प्रेक्टिस की जाती है। यहां 20 से ज्यादा नर कंकाल और हड्डियां मिली। साथ ही जानवरों की खोपड़ियां, फूल और कपड़े के टुकड़े भी यहां पाए गए।
उड़ीसा के कुशाभद्रा नदी के किनारे काले जादू की प्रेक्टिस किए जाने के संकेत मिले हैं। कई लोगो पर अटैक की खबरें भी यहां आती रहती हैं। इस बात का अब तक कोई पुख्ता प्रमाण नहीं मिला है। लेकिन जब शिकायत मिलने पर पुलिस ने यहां सर्चिंग की तो यहां कई ऐसी चीजें मिली जिससे पता चलता कि यहां काले जादू की प्रेक्टिस की जाती है। यहां 20 से ज्यादा नर कंकाल और हड्डियां मिली। साथ ही जानवरों की खोपड़ियां, फूल और कपड़े के टुकड़े भी यहां पाए गए।
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