Saturday, 2 September 2017

Tagged Under:

एक गुड़िया की सच्ची कहानी जिस पर 4 फिल्में बन चुकी हैं

By: Successlocator On: 12:29
  • Share The Gag

  • एनाबेल क्रिएशन फिल्म रिलीज हो चुकी है. जिसमें एक ऐसी गुड़िया की कहानी बताई गई है जिसमें एक शैतान की आत्मा बसती है और जो उसे अपने घर में पनाह देता है वो उसी की जान लेने की कोशिश करती है. वैसे तो लोगों के दिलों में हमेशा से ये सवाल रहा है कि क्या नाम की चीज होती है? लेकिन इस दावे को सच करती है यह फिल्म जो एक सत्य घटना पर आधारित है और ये घटना हुई थी दशकों पहले अमेरिका में.

    हॉलीवुड में बनी चर्चित फिल्म ‘The Conjuring’ के चौथे पार्ट ‘एनाबेल क्रिएशन’ डरावनी फिल्मों में दिलचस्पी रखने वालों को अपनी ओर खींच रही है. ये चौथी फिल्म एक गुड़िया ‘Annabelle’ पर आधारित है. लेकिन आपको जानकर हैरानी होगी कि ये इस गुड़िया की कहानी सिर्फ फिल्मी नहीं है, असल में ये असल जिंदगी में भी लोगों की जिंदगी में डर और खौफ भर चुकी है.
    ये गुड़िया आज भी अमेरिका के Occult विशेषज्ञ दंपति Ed और लॉरेन के म्यूजियम में रखी हुई है. आज तो ये किसी को परेशान नहीं कर रही, लेकिन आज से करीब 40 साल पहले इसने अमेरिका के कई परिवारों के जीवन में आतंक भर दिया था. देखने ये भले ही एक आम गुड़िया की तरह ही दिखती है और फिल्म की डॉल से अलग दिखती है, लेकिन इसकी कहानी फिल्म की कहानी से कहीं ज्यादा भयानक है.

    Annabelle की डरावनी कहानी 1970 में शुरू हुई थी, जब एक महिला ने अपनी बेटी डोना के जन्मदिन के लिए इस डॉल को खरीदा था. डोना इस डॉल को अपने फ्लैट पर ले आई थी. डोना यहां अपनी दोस्त Angie के साथ रहती थी. जैसे ही उन्होंने फ्लैट में कदम रखा, उन्होंने इस गुड़िया में कुछ अजीबोगरीब हलचल महसूस की.
    इसी घटना के बाद से ही उसकी हरकतें बढ़ने लगीं, जैसे कि इस डॉल को डोना के बेड पर बैठाया गया, लेकिन वो Angie के कमरे के बाहर बैठी मिलीं थी. लेकिन अभी तो ये शैतानी हरकतों की शुरुआत थी, अभी तो इसका असली आतंक सामने आना था. डोना का एक दोस्त लॉउ इस गुड़िया के आस-पास बेहद नर्वस हो जाता था. उसे ऐसा महसूस होता था कि इस डॉल में कोई बुरी आत्मा रहती है, लेकिन डोना और Angie ने उसकी बातों को टाल दिया. इसी के कुछ दिनों बाद ही उनके फ्लैट के आस-पास बच्चे की हेंड-राइटिंग में ‘हमें बचा लो’ और ‘लॉउ को बचा लो’ जैसे नोट्स मिलने लगे.

    डोना एक बार जब ऑफिस से घर वापस आईं तो उन्होंने पाया कि Annabelle के हाथ ‘खून’ से सने हुए थे. वो यूं तो अपने बेड पर बैठी थी, लेकिन उसके हाथों पर लाल रंग लगा हुआ था. इसके बाद जब इस फ्लैट का इतिहास खंगाला गया, तो पता चला कि अपार्टमेंट बनने से पहले ये जगह एक खाली मैदान था. यहां कई साल पहले एक 7 साल की बच्ची Annabelle Higgins की लाश पाई गई थी. जब इस डॉल को फ्लैट में लाया गया था, उस समय Annabelle की आत्मा इसी क्षेत्र में थी. ऐसा माना जाता है कि Annabelle इस डॉल की मुरीद हो गई और उसने इसके बेजान शरीर पर कब्जा कर लिया.
    इस फ्लैट में अब अजीबोगरीब घटनाएं बढ़ती जा रही थीं. एक रात लॉउ एक बेहद बुरे सपने से उठा और उसे घबराहट महसूस होने लगी. उसने आस-पास देखा तो पाया कि वो डॉल धीरे-धीरे उसकी तरफ बढ़ रही थी और अचानक सामने आकर उसका गला दबाने लगी. लॉउ अपने Senses खो चुका था और सुबह जब वो उठा तो उसे पता नहीं था कि जो भी उसके साथ हुआ वो सपना था या हकीकत.
    इसी के कुछ दिनों बाद लॉउ ने देखा कि Annabelle कुर्सी पर बैठी हुई थी, लेकिन वो जानते थे कि आमतौर पर उसे वहां नहीं रखा जाता था. जैसे ही वो उस गुड़िया की तरफ बढ़े, उन्हें ऐसा महसूस हुआ कि कोई उनके पीछे है. जब तक वो कुछ समझ पाता उसके पीठ पर किसी ने नाखूनों से वार कर दिए. उन्हें ऐसा लगा कि किसी ने उसकी पीठ पर कई बार हमले किए हों चुके थे. लॉउ की पीठ पर सात नाखूनों के निशान थे. लेकिन सबसे हैरानी की बात ये थी कि ये सभी निशान दो दिनों में अपने आप ही गायब हो गए.
    वो सभी हादसे के बाद बेहद डर गए और उन्होंने इस मामले से निपटने के लिए एक पादरी मदद ली. लेकिन पादरी ने इस मामले में हाथ डालने से मना कर दिया और Occult विशेषज्ञों से सलाह लेने की बात कही. इसके बाद डोना ने एक Occult विशेषज्ञ दंपति से संपर्क किया और वो थे Ed और लॉरेन. ये दोनों ही पति पत्नी थे. उन्होंने बताया कि बेजान वस्तु होने के बावजूद Annabelle की आत्मा इस गुड़िया से जुड़ चुकी है. इसलिए ये डॉल एक रहस्यमयी और भयानक डॉल में तब्दील हो चुकी है.
    Ed ने इस फ्लैट को अपनी पूजापाठ से ‘पवित्र’ किया और उसके बाद उस गुड़िया को लेकर अपने घर ले गए, जहां उन्होंने उसे अपने म्यूजियम में रख दिया. कुछ ही दिनों बाद एक पादरी Ed के घर आया. उसने जब इस गुड़िया के बारे में सुना, तो वो इसके पास पहुंचा और कहा कि तुम किसी का कुछ नहीं बिगाड़ सकती और उसका मजाक बनाने लगा।

    लेकिन इस घटना के बाद Ed को एहसास हो गया था कि पादरी को उस गुड़िया के बारे में ऐसा नहीं कहना चाहिए था. पादरी के जाने के थोड़ी देर बाद ही Ed को एक फोन आया. दूसरी लाइन पर वह पादरी ही था और वो बेहद डरा हुआ था. उसने बताया कि उसकी कार का ब्रेक फेल हो गया था और लेकिन किसी तरह वो अपनी जान बचाने में कामयाब रहा. लॉरेन वॉरेंस अपने म्यूजियम में. वे कभी इस गुड़िया की तरफ नहीं देखती हैं
    Ed समझ चुके था कि ये मामला बेहद गंभीर है. उन्होंने कुछ खास प्रार्थनाओं के जरिए इस डॉल को एक ग्लास बॉक्स में रख कर बंद कर दिया. उसके बाद से ही वो डॉल इस म्यूजियम में रखी हुई है लेकिन कहानी यहीं खत्म नहीं हुई थी. Ed की पत्नी लॉरेन का मानना है कि आज भी अगर इस गुड़िया का कोई मजाक उड़ाने की कोशिश करता है, तो ये गुड़िया उन्हें जिंदा नहीं छोड़ती है.
    इस म्यूजियम में पहुंचे किसी व्यक्ति ने भी एक बार उस गुड़िया का मजाक उड़ाया था और कुछ ही देर में उस आदमी की सड़क हादसे में मौत हो गई. साल 2006 में Ed का देहांत हुआ था, लेकिन उनकी पत्नी आज भी इस गुड़िया की तरफ़ नहीं देखती हैं क्योंकि वे इससे बेहद नफरत करती हैं.।

    0 comments:

    Post a Comment