ये है भारत के वो शहर जो बसे है देवता या राक्षस के नाम पर
These Indian Cities Name Based on God or Demon: भारत एक ऐसा देश हैं जहां हर धर्म व भाषा के लोग मिल-जुलकर रहते हैं। यहां कुछ शहरों के नाम मुस्लिम शासकों के तो कुुछ हिंदू पौराणिक पात्रों के आधार पर रखे गए हैं, आइए जानते हैं कुछ ऐसे ही शहरों के बारे मे जिनके नाम हिंदू देवी- देवताओं व पौराणिक ग्रंथों में वर्णित राक्षसों के नाम पर रखे गए हैं…
1. पंजाब के जलंधर शहर का नाम जालंधर के नाम पर रखा गया है। कहा जाता है ये देवी लक्ष्मी के साथ समुद्र मंथन से निकला था।
loading...
2. मनाली का नाम मनु स्मृति लिखने वाले ऋषि मनु के नाम पर रखा गया है।
3. इंदौर का नाम पहले इंदूर था। ये नाम इंद्रेश्वर मन्दिर के नाम पर रखा था। ब्रिटिश काल में ये नाम बदल दिया गया।
4. चंडीगढ़ का नाम मां के योद्धा स्वरूप चंडी देवी पर रखा गया। चंडीगढ़ का शाब्दिक अर्थ देवी चंडी का किला है।
5. तिरुवनन्तपुरम का नाम पधनाभस्वामी मन्दिर के मुख्य देवता अनंत भगवान के नाम पर रखा गया है।
6. जबलपुर का नाम रामायण के जाबालि ऋषि के नाम पर रखा गया है। एक अन्य मान्यता के अनुसार जबल का मतलब पर्वत भी होता है।
7. कानपुर का प्राचीन नाम कान्हपुर था। कहते है इस शहर का नाम महाभारत के पात्र सूर्य पुत्र कर्ण के नाम पर रखा गया है।
8. मुम्बई का नाम यहां के प्रसिद्ध मुंबा देवी मंदिर के नाम पर रखा गया है। मुंबा शब्द महा और अम्बा से मिलकर बना है।
9. तंजावुर या तंजौर का नाम हिन्दू पौराणिक कथाओं के दानव तंजान के नाम से लिया गया है। ये शहर बृहदेश्वर मन्दिर के लिए प्रसिद्ध है।
10. हिन्दू पौराणिक ग्रन्थों के अनुसार मैसूर का नाम राक्षस महिषासुर के नाम पर रखा गया है। वही महिषासुर जिसका वध चंडी ने किया था।
11. मंगलौर का नाम शहर के मंगलादेवी मन्दिर के नाम पर रखा गया है।
12. हिमाचल की राजधानी शिमला का नाम कालिका देवी के अवतार श्यामला देवी के नाम पर रखा गया है। जिसे ब्रिटिशकाल में शिमला किया गया।
13. हरिद्वार का अर्थ है हरि का द्वार यानी भगवान तक पहुंचने का दरवाजा। हरिद्वार को चार धामों का प्रवेश द्वार माना गया है।
14. गया का नाम राक्षस गयासुर के कारण पड़ा है। उन्हें भगवान विष्णु ने वरदान दिया था की ये जगह आज से तेरे नाम से जानी जायेगी। यहां पर पिंडदान और श्राद्ध करने वाले को पुण्य और पिंडदान प्राप्त करने वाले को मुक्ति मिल जाएगी।
0 comments:
Post a Comment